A
1. आंख का अंधा नाम नैन सुख ( गुणों के विपरीत नाम )
2. आप सुखी जग सुखी ( सुखी व्यक्ति दुखी व्यक्ति का दुख
नहीं जान सकता )
3. आम के आम गुठलियों के दाम ( एक काम के दो लाभ )
4. अंधी पीसे कुत्ता खाये ( मेहनत कोई करे फल कोई और
)
5. आंखों का तारा ( बहुत प्रिय )
6. अक्ल के पीछे लट्ठ लिये घूमना ( मूर्खता दिखाना )
7. आग बबूला होना ( गुस्से से भर जाना )
8. ओखली में सिर देना ( जान-बूझ कर विपत्ति में फंसना
)
9. आस्तीन का साँप ( धोखेबाज)
10.
आग बरसना
(बहुत गरमी पड़ना )
11.
आंखें बिछा
देना ( प्रेम से स्वागत करना )
12.
अक्ल पर
पत्थर पड़ना ( कुछ समझ में न आना )
13.
अपना घर
समझना ( निसंकोच होना )
14.
अंधे के
हाथ बटेर लगना ( अनायास अपात्र को अच्छी वस्तु मिलना )
15.
अपने पांव
पर कुल्हाड़ी मारना (जानबूझ कर अपना नुकसान करना )
16.
आंख दिखाना
( गुस्से में होना )
17.
आटे दाल
का भाव मालूम देना ( कठिनाई में पड़ना)
18.
आंखें लाल
करना ( गुस्से में देखना)
19.
आंखें बचाना
( छिप कर निकल जाना )
20.
आंधी के
आम (बहुत सस्ती वस्तु )
21.
आसमान से
बात करना ( ऊंची कल्पना करना )
22.
आग पर पानी
डालना ( उत्तेजित व्यक्ति को शांत करना )
23.
आसमान पर
चढ़ना ( बहुत अभिमान करना )
24.
आकाश के
तारे तोड़ना ) असम्भव काम करना )
25.
आसमान सर
पर उठाना (बहुत शोर मचाना )
26.
आ बैल मुझे
मार (जानबूझ कर मुसीबत में फंसना )
27.
आगे कुंआ
पीछे खाई ( सब ओर से विपत्ति में फंसना )
28.
आये थे हरि
भजन को ओटन लगे कपास ( सत्कार्य के बदले बेगारी करना )
29.
आम खाना
कि पेड़ गिनना ( अपने काम से काम रखना )
30.
अपनी पगड़ी
अपने हाथ ( अपना सम्मान अपने हाथ रहता है )
31.
अंधेर नगरी
चौपट राजा (प्रशासन की अयोग्यता )
32.
अंधा क्या
चाहे दो आंखें ( वांछित वस्तु बिना प्रयत्न मिलना )
33.
आयी मौज
फक़ीर की दिया झोंपड़ा फूंक ( विरक्त व्यक्ति संसार के प्रति निर्मोही )
34.
आग में घी/तेल/पेट्रोल
डालना ( क्रोध में और अधिक क्रोध पैदा करना )
35.
अंधे की
लाठी (एक मात्र सहारा )
36.
अधजल गगरी
छलकत जाये ( ओछा आदमी अधिक घमंड करता है )
37.
आंसू पीना
( मन ही मन दुखी होना )
38.
अपने मुंह
मिया मिट्ठू बनना ( अपनी प्रंशसा खुद करना )
39.
आधी छोड़
पूरी को धावे न पूरी मिले न आधी पावे ( अधिक लोभ से हानि ही होती है )
40.
आप काज महा
काज ( अपना तुच्छ कार्य भी महत्वपूर्ण लगता है )
41.
आप मरे जग
प्रलय ( मरने के बाद क्या चिंता )
42.
अपनी अपनी
ढपली अपना अपना राग (मतभेद होना )
43.
आग लगे खोदे
कुंआ कैसे आग बुझाय ( अदूरदर्शी होना )
44.
आधा तीतर
आधा बटेर ( अनमेल मिश्रण )
45.
अरण्य रोदन
(व्यर्थ प्रयास )
46.
अल्लाह मियां
की गाय (अत्यंत सीधा सच्चा व्यक्ति)
47.
आंधी के
आम ( प्रचुर मात्रा में )