Thursday 5 September 2013

A
1.     आंख का अंधा नाम नैन सुख ( गुणों के विपरीत नाम )
2.     आप सुखी जग सुखी ( सुखी व्यक्ति दुखी व्यक्ति का दुख नहीं जान सकता )
3.     आम के आम गुठलियों के दाम ( एक काम के दो लाभ )
4.     अंधी पीसे कुत्ता खाये ( मेहनत कोई करे फल कोई और )
5.     आंखों का तारा ( बहुत प्रिय )
6.     अक्ल के पीछे लट्ठ लिये घूमना ( मूर्खता दिखाना )
7.     आग बबूला होना ( गुस्से से भर जाना )
8.     ओखली में सिर देना ( जान-बूझ कर विपत्ति में फंसना )
9.     आस्तीन का साँप ( धोखेबाज)
10.                        आग बरसना (बहुत गरमी पड़ना )
11.                        आंखें बिछा देना ( प्रेम से स्वागत करना )
12.                        अक्ल पर पत्थर पड़ना ( कुछ समझ में न आना )
13.                        अपना घर समझना ( निसंकोच होना )
14.                        अंधे के हाथ बटेर लगना ( अनायास अपात्र को अच्छी वस्तु मिलना )
15.                        अपने पांव पर कुल्हाड़ी मारना (जानबूझ कर अपना नुकसान करना )
16.                        आंख दिखाना ( गुस्से में होना )
17.                        आटे दाल का भाव मालूम देना ( कठिनाई में पड़ना)
18.                        आंखें लाल करना ( गुस्से में देखना)
19.                        आंखें बचाना ( छिप कर निकल जाना )
20.                        आंधी के आम (बहुत सस्ती वस्तु )
21.                        आसमान से बात करना ( ऊंची कल्पना करना )
22.                        आग पर पानी डालना ( उत्तेजित व्यक्ति को शांत करना )
23.                        आसमान पर चढ़ना ( बहुत अभिमान करना )
24.                        आकाश के तारे तोड़ना ) असम्भव काम करना )
25.                        आसमान सर पर उठाना (बहुत शोर मचाना )
26.                        आ बैल मुझे मार (जानबूझ कर मुसीबत में फंसना )
27.                        आगे कुंआ पीछे खाई ( सब ओर से विपत्ति में फंसना )
28.                        आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास ( सत्कार्य के बदले बेगारी करना )
29.                        आम खाना कि पेड़ गिनना ( अपने काम से काम रखना )
30.                        अपनी पगड़ी अपने हाथ ( अपना सम्मान अपने हाथ रहता है )
31.                        अंधेर नगरी चौपट राजा (प्रशासन की अयोग्यता )
32.                        अंधा क्या चाहे दो आंखें ( वांछित वस्तु बिना प्रयत्न मिलना )
33.                        आयी मौज फक़ीर की दिया झोंपड़ा फूंक ( विरक्त व्यक्ति संसार के प्रति निर्मोही )
34.                        आग में घी/तेल/पेट्रोल डालना ( क्रोध में और अधिक क्रोध पैदा करना )
35.                        अंधे की लाठी (एक मात्र सहारा )
36.                        अधजल गगरी छलकत जाये ( ओछा आदमी अधिक घमंड करता है )
37.                        आंसू पीना ( मन ही मन दुखी होना )
38.                        अपने मुंह मिया मिट्ठू बनना ( अपनी प्रंशसा खुद करना )
39.                        आधी छोड़ पूरी को धावे न पूरी मिले न आधी पावे ( अधिक लोभ से हानि ही होती है )
40.                        आप काज महा काज ( अपना तुच्छ कार्य भी महत्वपूर्ण लगता है )
41.                        आप मरे जग प्रलय ( मरने के बाद क्या चिंता )
42.                        अपनी अपनी ढपली अपना अपना राग (मतभेद होना )
43.                        आग लगे खोदे कुंआ कैसे आग बुझाय ( अदूरदर्शी होना )
44.                        आधा तीतर आधा बटेर ( अनमेल मिश्रण )
45.                        अरण्य रोदन (व्यर्थ प्रयास )
46.                        अल्लाह मियां की गाय (अत्यंत सीधा सच्चा व्यक्ति)
47.                        आंधी के आम ( प्रचुर मात्रा में )

Tuesday 18 January 2011

T

1.      तोते की तरह रटना
2.      तिल का ताड़ बनाना
3.      तेली का तेल जले मशालची का दिल
4.      टोपी पहनाना
5.      टोपी पाँव में रख देना  
6.      तीन में न तेरह में मृदंग बजाये डेरे में
7.      तबेले की बला बंदर के सिर
8.      तुरंत दान महा कल्याण
9.      तेरे मन कुछ और है विधाता के मन कुछ और
10.  थोथा चना बाजे घना
11.  तीन पाँच करना
12.  तीन के तेरह करना
13.  तेरह के तीन कर दे नाम दरोगा धर दे
14.  ताक पर रखना ( काम में न लाना )
15.  टस से मस न होना ( विचलित न होना )
16.  टोपी उछालना ( अपमान करना )
17.  तीन तेरह होना ( अलग अलग होना )
18.  थूक कर चाट जाना ( बात कह कर बदल जाना )
19.  टेढ़ी उंगली बिना घी नहीं निकलता ( सीधेपन से काम नहीं चलता )
20.  तीन लोक से मथुरा न्यारी ( अपने ही ढंग का होना )
21.  तीर नहीं तुक्का ही सही ( काम हो गया तो अच्छा और नहीं हुआ तो भी अच्छा)
22.  तू डाल डाल तो में पात पात ( चालाक को चालाक ही मात देता है )
23.  तेल तिलों से ही निकलता है ( जिसका हानि-लाभ हो उससे ही निपटता है)
24.  तिलों में तेल नहीं  
25.  तारे गिनना (कठिनाई से रात बिताना )
26.  ठंडा होना ( शांत होना)
27.  टाँग अड़ाना ( व्यवधान उत्पन्न करना )
28.  टेढ़ी खीर ( कठिन कार्य )
29.  ठहरा हुआ पानी गंदा हो जाता है
30.  तिनके का सहारा
31.  तंग आना
32.  तंदुरुस्ती हज़ार नियामत
33.  तक़दीर आजमाना
34.  तक़दीर का खेल
35.  तक़दीर का लिखा नहीं मिटता
36.  तक़दीर का हेठा
37.  तक़दीर खुलना/जगना
38.  तक़दीर ठोकना
39.  तक़दीर फूटना
40.  तक़दीर से तदबीर बड़ी
41.  तख़्त का तख्ता होना
42.  तख्ता उलटना
43.  तगड़ा आसामी
44.  तड़ाक से जवाब देना
45.  तड़ातड़ जवाब देना
46.  तड़ी देना
47.  तड़ी में आना
48.  तन-बदन में आग लगना
49.  तबियत आना
50.  तमंचा तानना
51.  तमाशा खड़ा करना
52.  तरस खाना
53.  तरह देना
54.  तलवे चाटना/ सहलाना
55.  तलवों से आग लगाना
56.  तलवार के घाट उतरना
57.  तलवार खींच लेना
58.  त्राहि-त्राहि करना
59.  त्राहि मचाना
60.  त्योरी चढाना/बदलना
61.  तौबा करना
62.  तोता पालना
63.  तोते की तरह आँख फेरना
64.  तोते की तरह रटना
65.  तोबड़ा चढ़ाना
66.  तैश खाना/में आना
67.  तेवर बदलना
68.  तेल चढ़ाना
69.  तेल देखो तेल की धार देखो
70.  तृण गहना
71.  तृण पकड़ना
72.  तृण तोड़ना
73.  तृण तोड़ना
74.  तूती की आवाज
75.  तूती बोलना
76.  ताईद करना
77.  ताक में रहना
78.  ताव में आना
79.  तार कुतार होना
80.  तार तार करना
81.  तार तार होना

82.  तारे तोड़ लाना
83.  तारे दिखायी देना
84.  ताली एक हाथ से नहीं बजती
85.  ताव दिखाना
86.  ताव में आना
87.  तिनका तक न तोड़ना
88.  तिनका दाँतों में दबाना
89.  तिनके का सहारा
90.  तूफान उठाना/ खड़ा करना
91.  तूल देना
92.  तूल पकड़ना
93.  तुरंत दान महाकल्याण
94.  तुर्रा यह है
95.  तू तू मैं मैं
96.  तुक्का लगना
97.  तुक्का लगाना/भिड़ाना
98.  तीतर आधा बटेर
99.  तीन और छ्ह का रिश्ता
100.          तीन तेरह होना
101.          तीन पाँच करना
102.          तीन में न तेरह में
103.          तीन लोक से न्यारा
104.          तिलिस्म तोड़ना

105.          तिल धरने की जगह न होना
106.          तिल तिल करके
107.          तिल की ओट पहाड़
108.          तांता लगना
109.          ताक पर रखना
110.          तान कर सोना